तम्बाकू गुटखा भी महामारी से कम नहीं है।
वर्तमान में हमारा देश महामारी से जूझ रहा है। वहीं हमारे देश में एक और बड़ी व सबसे पुरानी महामारियों में से एक है गुटखा, बीड़ी,सिगरेट व तंबाकू आदि का सेवन। यह भी हमारे देश की किसी महामारी से कम नहीं है।
गुटखा तम्बाकू आदि का सेवन ना केवल संपन्न परिवार के लोग ही नहीं अपितु गली मोहल्ले व मलिन बस्तियों में रहने वाले ज्यादातर लोग इसका सेवन सबसे अधिक करते हैं। और मोहल्ले बस्तियों में ना केवल पुरुष बल्कि छोटे बालक बालिकाएं एवं महिलाएं भी तम्बाकू गुटखे खाने की आदी हैं।
गुटखा तंबाकू के सेवन के कारण ऐसे लोगों में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी फैलती है जिसके कारण हजारों परिवार बर्बाद हो जाते हैं लेकिन फिर भी लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता नही आती । गुटखा तम्बाकू के सेवन से अन्य बिमारियों का खतरा भी होता है जैसे फेफड़ों की कमजोरी, सांस की बिमारी, हृदय रोग आदि। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
तम्बाकू गुटखा का सेवन करने वाले लोगों में कोरोना होने का खतरा भी बहुत रहता है। जबकि इसके पैकेट पर भी लिखा होता है कि यह सेहत के लिए हानिकारक है इससे कैंसर रोग होता है लेकिन फिर भी लोग इसका सेवन करने से नहीं मानते और ज्यादातर मोहल्ले बस्तियों के हालात तो इतने खराब होते हैं कि खाना खाने के लिए डिब्बे में आटा हो या ना हो लेकिन जेब में गुटखा जरूर मिलेगा। अगर गुटखा का सेवन करने वाले लोगों ने इसका सेवन बंद नहीं किया तो देश की तस्वीर और ही भयावह हो जाएगी।
अतः गुटखा तंबाकू खाने वाले लोग आज ही इस जहर को खाना बंद करें और नशा मुक्त व महामारी मुक्त देश बनाएं।
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