Corruption: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते मानव अधिकार

Corruption


अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार कानून के अंतर्गत सभी सरकारों का दायित्व बनता है कि वे मानव अधिकारों के विरुद्ध की जाने वाली हिंसा को रोकें, उचित जांच पड़ताल करें और दोषियों को दंडित करें । इसके साथ-साथ स्त्रियों का सशक्तिकरण करना भी आवश्यक है, उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना चाहिए और उनके अधिकारों को संरक्षण प्रदान करना चाहिए ।  सरकारों को सामाजिक रीति रिवाज, परंपरा  या प्रचलित व्यवहार का हवाला देकर स्त्रियों पर हिंसा के माहौल पर प्रतिबंध लगना आवश्यक है, कानूनी शैक्षिक सामाजिक व अन्य उपायों का सहारा लेकर हिंसा रोकने के कारगर प्रयत्न करने चाहिए चाह वह सूचना का व्यापक प्रचार-प्रसार हो कानूनी साक्षरता बढ़ाना हो, या कानूनी, न्यायिक और स्वस्थ विशेषज्ञों द्वारा संचालित अभियान हो ।

मानव अधिकार ऐसे अभियानों का शुरू से ही विरोध करते है जिसमें मानव अधिकारों पर अंकुश लगाया जाता है। भ्रष्टाचार,शारीरिक उत्पीड़न और दुर्व्यवहार को आतंक की संज्ञा देना अनुचित नहीं होगा। उत्पीड़नकर्ता और आतंकवादी, दोनों मानव गरिमा का निषेध और नाश करते हैं । सामाजिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रत्येक नागरिक के मानव अधिकारों की हिफाजत करना जन प्रतिनिधियों व नागरिकों का अहम कर्तव्य है।

विश्वव्यापी व्यापार के लिए विश्व स्तर पर काम करने वाली पाबंदियों की आवश्यकता है अनियंत्रित वैश्विक हत्यार व्यापार के चलते हजारों हजार लोगों को अपने घर बार छोड़कर  भागना पड़ता है उनकी हत्या की जाती है उन्हें घायल किया जाता है तथा महिलाओं के साथ भी उत्पीड़न किया जाता है ।
मानव अधिकारों का उद्देश्य मानवीय गरिमा के साथ जीवन यापन के मायने हैं आवास ,भोजन ,जल ,शौच व्यवस्था ,सभी   दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति व शिक्षा की पर्याप्त व्यवस्था आदि है मानव अधिकार के उल्लंघन भ्रष्टाचार व अपराध को बढ़ावा देते हैं भ्रष्टाचार व मानव अधिकार के हनन के लिए बाहुबलीयों व पूंजीपति वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है ऐसे कई देशी-विदेशी मानव अधिकार संगठन है जो भ्रष्टाचार व अन्य सामाजिक समस्याओं को खत्म करने हेतु विश्वव्यापी अभियानों का संचालन करते हैं । तथा मानव अधिकारों की रक्षा में लगे व्यक्तियों व संगठनों ,पत्रकारों ,सामुदायिक कार्यकर्ताओं, स्त्री स्वास्थ्य कर्मियों ,पर्यावरण संरक्षण कर्मियों व अन्य सक्रिय लोगों का समर्थन व बचाव करते हैं मानव अधिकारों के मूल में पक्षपात रहित व्यवहार का अधिकार होना आवश्यक है मानवता के विरुद्ध अपराधों, युद्ध अपराधों ,शारीरिक उत्पीड़न हत्या , गुमशुदगी आदि जैसे अपराधियों के शिकार लोगों को न्याय दिलाने हेतु विश्वव्यापी अभियान चलाना आवश्यक है, जिससे अपराधों पर रोक लग सके मानव अधिकारों के हनन रुक सके तथा समाज उन्नति के पथ पर अग्रसर हो सके ।


effects of corruption

मानव अधिकारों का हनन, समानता, अपराधों में हिंसा को बढ़ावा


causes of corruption

अशिक्षा, जागरूकता का अभाव , निर्धनता, अपराधियों को प्राप्त राजनीतिक व सामाजिक संरक्षण




Dr. Munna Lal Bhartiya
        Social Worker


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