Vitamin A
Scientific Name
Retinol
- शरीर को स्वस्थ व निरोगी बनाए रखने के लिए शरीर को पर्याप्त संतुलित आहार की बहुत आवश्यकता होती है संतुलित आहार के कई महत्वपूर्ण तत्व होते हैं जिनमें एक है विटामिन्स ।
Vitamins
विटामिंस रसायनिक कार्बनिक पदार्थ के जैसे होते हैं जो साग सब्जी व अन्य आहार पदार्थों में पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं विटामिंस शरीर की वृद्धि व विकास के लिए बहुत आवश्यक होते हैं
Vitamin-A
विटामिन ए शारीरिक पोषण के लिए प्रमुख तत्व है विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा शरीर को अनेक रोगों से सुरक्षित रखने में सक्षम होते हैं। विटामिन ए वसा में घुलनशील तत्व होते हैं।
Vitamin-A के स्त्रोत
विटामिन ए दही, पनीर, मक्खन,जिगर,अंडा,दूध व मछली का तेल आदि में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है तथा शारीरिक पोषण के लिए यह बहुत फायदेमंद होते हैं इसके अतिरिक्त सब्जियों व फलों में भी विटामिन ए पाया जाता है जैसे टमाटर,पालक ,गाजर,केला ,आम,बंदगोभी, फूलगोभी व अंगूर आदि।
Vitamin-A की उपयोगिता
- विटामिन ए आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है।
- विटामिन ए का सेवन हड्डियों को बनाने में व वृद्धि करने के लिए बहुत आवश्यक है।
- विटामिन ए शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।
- यह त्वचा के लिए भी आवश्यक व फायदेमंद होता है।
- विटामिन ए शरीर की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखता है तथा कोशिकाओं को कार्य करने के योग्य बनाए रखता है ।
मनुष्य के शरीर को विटामिन ए की प्रतिदिन आवश्यक मात्रा लगभग 3000 से 5000 इकाई ( 1 ईकाई = 0.000344 ) मिग्रा होती है बच्चों और महिलाओं को विटामिन ए की अधिक आवश्यकता होती है
Vitamin-A की कमी से शरीर पर निम्नलिखित प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं
- विटामिन ए की कमी से शरीर संक्रामक बीमारियों से जल्दी प्रभावित होता है।
- विटामिन ए की कमी से नेत्र रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है जैसे रतौंधी,आंखों पर जाला पढ़ना ,आंखों की रोशनी कम होना आदि ।
- विटामिन ए की कमी से त्वचा रूखी सूखी बनी रहती है तथा त्वचा पर फुंसियां व दाने आदि भी निकल आते हैं।
विटामिन हमारे शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक तत्व है परंतु इनका आवश्यकता से अधिक सेवन हमारे शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है इसके अत्यधिक सेवन से हड्डियों में दर्द होने का खतरा बना रहता है तथा पाचन क्रिया भी कमजोर पड़ने लगती है
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